लेखनी प्रतियोगिता -26-Jan-2022
परदेसी पिया
परदेस जाने वाले कभी लौट कर नहीं आते और आते है तो हाँ वो काफी हद तक बदल जाते है आजकी कहानी में कुछ ऐसे ही किरदारों की बात होगी ।
विकी एक साधारण घर का लड़का है, जिसे शुरू से ही विदेश जाने की इच्छा थी, उसने होटल मैनेजमेंट में पढ़ाई भी इसलिए की, उसी समय कॉलेज की एक लड़की निशा से उसका अफेयर भी रहा निशा अच्छे परिवार की थी और उसकी प्लानिंग ये थी कि विकी से शादी कर दिल्ली में ही होटल खोल लेंगे। थोड़ा पैसा उसका थोड़ा विकी मिलाए। विकी उस समय उसकी बातों में हामी भरता । साथ के सभी दोस्त उसे छेड़ते ,भाई तेरा ठीक सेटल हो गया मामला। वो हँस कर टाल देता क्यूंकि सच ये था कि भारत से जाना उसका सपना था। वहीं प्यार में एक लड़की होने के बावजूद निशा ने पहल की घर में बताने की ओर आगे की प्लानिंग की माता-पिता खुश तो नही थे पर बच्ची का प्यार था तो उसकी जिद के आगे झुक गए और गए विकी के घर विकी इतनी जल्दी शादी नहीं चाहता था, शायद वो सीरियस था ही नहीं और ये भी जानता था, शादी के बाद फंस जाएगा, तो अब करे भी क्या निशा सुन्दर अच्छे घर की थी विकी की तो मानो घर बैठे लाटरी लग गई हो। और विकी वो तो बस एक बार विदेश निकलने की प्लानिंग कर रहा था, उसके एक दोस्त ने कहा भाई 3 लाख का इंतजाम कर ले कुछ ही दिनों में लंदन।बस विकी को तो सनक सी सवार हो गई, क्या करूँ कहाँ से पैसे जुगाड़ करूँ। फिर उसे निशा से पैसे लेने का विचार आया ।सुन निशा एक बार विदेश जाकर किस्मत आजमा लूँ यार अगर सोच अच्छा पैसा मिला तो वहीं सेटल हो जाएंगे ना यार। वो बोली तू अगर इतनी जिद कर रहा है तो जा फिर, लेकिन यार 3 लाख कहाँ से लाऊँ?तू इंतजाम करवा दे यार पाई पाई लौटा दूँगा। प्यार तो प्यार होता है निशा ने अपने पिता से बात की पिता बोले देख बच्ची में तो दहेज में वैसे भी दूँगा अभी ले या बाद उसकी मर्जी, पर मेरी बच्ची क्या तुझे पूरा भरोसा है ये विदेश जाकर बदलेगा नहीं। नहीं पापा वो चाहता है मुझे बहुत। भोली बच्ची पूरा ने कहा तूने दुनिया नहीं देखी बच्चे, खैर तेरी खुशी से बढ़कर नहीं है 3 लाख अगले ही दिन पूरा ने चेक देने विकी को बुलाया। और कहा बेटा सोच लो ये तुम्हारे दहेज का पैसा है लेकिन मेरी बच्ची का दिल टूटना नहीं चाहिए, नहीं सर उसके लिए ही किस्मत आजमाने जा रहा हूँ आशीर्वाद दीजिए बस के सफल हो जाऊँ। अब जल्दी ही विकी का लंदन जाने का सपना पूरा होने वाला था, विकी बहुत खुश, लेकिन निशा दुखी पर जता नहीं रही थी। विकी का लंदन जाने का दिन आ गया। सबसे विदा लेते हुए। निशा तू रो मत यार रोज कॉल करूंगा।थोड़े टाइम में आकर तुम्हें भी ले जाऊँगा। सभी से विदा लेते हुए थोड़ा भावुक वो भी हुआ। ओहो आ गया लंदन वहां उसके दोस्त के भाई उसे मिले जिन्होंने सारा काम समझा दिया साथ ही साथ रहने को अपने ही घर जगह। सब काफी अच्छा व्यवस्थित मिल गया उम्मीद से ज्यादा मिल गया, शुरुआत में विकी रोज दो बार निशा को कॉल कर ता धीरे-धीरे कॉल दो से एक हो गए, विकी के साथ होटल में एक विदेशी लड़की काम करती जो उसकी हेड थी दिल आ गया बंदी पर वो क्या पसंद करती होगी, तो वो एक खुले विचारों की लड़की थी। विकी के इरादे समझ गई और दोनों में नजदीकियां बढ़ी। अब तो विकी एक दिन छोड़ कर कभी दो दिन, ये नौबत आ गई कि एक एक हफ्ता गुजर जाता, एक दिन निशा ने खुद कॉल किया, और बोला तू बदल गया है यार। नहीं रे निशा ओवर टाईम कर रहा हूं, वो भोली थी मान भी गई। अब ओवर टाइम कौनसा काम हो रहा था वो बिचारी क्या जाने। लेकिन झूठ की हाँडी कितने दिन चढती एक दिन विकी के पास वो लड़की सो रही थी, और निशा का फोन आया उस विदेशी लड़की ने उठाया आप कौन निशा बोली विकी की गर्ल फ्रेंड निशा के हाथ से फोन ही छूट गया। मानो सब एक पल में खत्म, एक एक दिन विकी का इंतजार की अब आयेगा अब आयेगा, अरे क्यूँ आएगा अब है क्या यहाँ, अगले दिन निशा ने सुबह कॉल किया, विकी सुन अच्छी आवाज है नई गर्ल फ्रेंड की फोटो तो दिखा तेरा ओवर टाइम समझ गई सुन पापा का अकाउंट नंबर दे रही हूं जितना जल्दी हो पैसा लौटा देगा, वहीं रह यार तू तो बहुत जल्दी बदल गया। विकी कहता रहा सुन तो निशा, निशा बोली तू सुन जिस पैसे पर ऐश कर रहा है दहेज बोल कर लिए थे शर्म तो नहीं आयी ना तुझे। भाड़ में जा वहीं मार अब। बस इसी बात के साथ पिया परदेश के हो गए।
ये आज कल की कड़ी सच्चाई है प्यार भी कब तक प्यार रहे कौन जाने, उम्मीदवारों की कमी नहीं है आजकल।
By-Rekha mishra
Shrishti pandey
27-Jan-2022 08:21 AM
Nice
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Punam verma
26-Jan-2022 11:50 PM
Nice mam
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